aamar jaabar belay [আমার যাবার বেলায় পিছু ডাকে ]

Come back calls on my day of demise

            [আমার যাবার বেলায় পিছু ডাকে ]

আমার যাবার বেলায় পিছু ডাকে
ভোরের আলো মেঘের ফাঁকে ফাঁকে।

বাদলপ্রাতের উদাস পাখি ওঠে ডাকি
বনের  গোপন  শাখে শাখে, পিছু ডাকে।

ভরা  নদী  ছায়ার তলে   ছুটে চলে  -
আমার প্রাণের ভিতর সে কে  থেকে থেকে
বিদায়প্রাতের উতলাকে  পিছু ডাকে।

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मेरे जाने की लगन पर,

       वे मुझे वापस आने के लिए बुला रहे हैं
सुबेका  किरणें, मुझे बुला रही हैं
      टूटे बादलों के माध्यम से।


उदास पक्षी  वन-वृक्षों की गुप्त शाखा से 
बारिश की सुबह मे  चहक रही हैं-
मुझे  वापस बुलाने के लिए-


पूरी नदी छाया के नीचे चल रही 
   भाग भाग के,
   ढूढ़ रहा है , शायद मुझे।  
मेरी आत्मा का भीतर सी में वह  है कौन,
मुझे पुकार रहा है, बादल सूबे का 
  दुःखी भाबना की और बिबश करना क्यों। ३ 

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